Tuesday, February 8, 2011

मंजिल

Hi I am Rajeshwar Singh from Hyderabad INDIA.........

Date: 18th Aug'10, 12:00 PM
Location: Gurgaon

तेरी आँखों में अपनापन है
यादों में बस तेरा ही ख्याल है
ज़ीने की चाहत होती है तेरे साथ में
होंगे हम साथ कुछ दिन में
जीयेंगे हम अपने जिंदगी को साथ में
पाएंगे खुशिया हम हर हाल में
मुस्कुराएंगे हम इक-दूजे के साथ में

हाथ होंगे  इक-दूजे के हाथ में
हमारे साँसों में इक ही खुशबु होगी
आँखों में य़ू ही अपनापन होगा

अपलक देखने को जी करता है
साथ टहलने को जी करता है
इस पल इक-दूजे से दूर सही
अपनी मंजिल है साथ में ही
जीना है जिंदगी कुछ औरो के लिए भी
वो लोग भी अपने ही है
उनके जीवन स्तर को सुधारना है
तुम य़ू ही हर पल मुस्कुराते रहो
मेरे खुशियों को य़ू ही बढ़ाते रहो
पाए हम अपने खुशियों को
पाए हम अपने मंजिल को
य़ू ही रहे ब्यूटी बरकरार
बनी रहे बेबी की मुस्कान
हम सब पाए अपनी मंजिल
साथ चले जिंदगी का कारवां


मंजिल
By: राजेश्वर सिंह 'राज्श '

तुम्हारी आँखे

Hi I am Rajeshwar Singh from Hyderabad INDIA.........

Date: 7th Feb'11, 1:00 AM
Location: Hyderabad


तेरी आँखों को जब देखा कमल कहने को जी चाहा 
मैं शायर तो नहीं पर ग़ज़ल कहने को जी चाहा
रातो को तन्हाई में, यादो में भी तेरा याद आया
आँखों ने भी केवल तेरा अक्श बनाया
लिखता गर कोई ग़ज़ल तुम पर तो धुन खुद ही मिल गयी
झील सी आँखों में  झाँका तो तुम्हारी मासूम आँखे शरमा गयी
खुदा ने तुम्हे बहुत मेहनत के बाद बनाया
फिर तुमको इस दुनिया में मुझसे मिलाया

 तुम्हारी आँखे
By: राजेश्वर सिंह 'राज्श '