Saturday, February 14, 2015

‎पल भर का प्यार‬: २


#‎पल_भर_का_प्यार‬: २

अमोल अपने शहर से दिल्ली जा रहा था, पहली नौकरी ज्वाइन करने। ट्रेन ४ घंटे लेट आई, वो ट्रेन मे बैठा। ग्रीन सिग्नल हुआ और ट्रेन प्लेटफ़ार्म से चली। अमोल शहर को पीछे निकलते देख रहा था, तभी मोबाइल स्क्रीन पर एक मैसेज फ्लैश हुआ। 
सुबह के ३ बज रहे थे। 
मैसेज मुस्कान का था, “कहाँ पहुँचे?”
“अभी तो ट्रेन चली है”, मुस्कान को अमोल ने रिप्लाई किया और मुस्कुराया। 
फिर १३ घंटे की यात्रा मे, “कहाँ तक पहुँचे”, “नाश्ता किया कि नहीं”, “रास्ते मे कुछ ले लेना”, "पहुँच कर फोन कर लेना” जैसे १५ मैसेज और लगभग ३० बार फोन पर बातचीत। 
बस इतनी सी थी अमोल और मुस्कान की लव स्टोरी.........


#पल_भर_का_प्यार (‪#‎Momentary_Love‬), stories with emotion, a new series in my writing skill. अमोल और मुस्कान, इस संग्रह के काल्पनिक पात्रो के नाम है। इसका किसी व्यक्ति-विशेष से कोई संबंध नही है।

नोट:- इस संग्रह के किसी भी कहानी को दूसरे कहानी से जोड़कर ना पढ़े, हर एक भाग एक नई कहानी है, किसी भी कहानी का इस संग्रह के दूसरे कहानियों से कोई ताल्लुकात नही है सिवाय प्यार, कुछ नाम और शीर्षक ‘पल भर का प्यार’ के......... 


#राजेश्वर_सिंह (#RajeshwarSingh)