Sunday, May 8, 2016

माँ के ममता को नमन!




मातृ दिवस पर विश्व के सभी नारी जाति के मातृत्व को प्रणाम और शत् शत् नमन, वंदन.......

माँ, शब्द सबसे पहले मैंने सीखा था
माँ, एहसास सबसे पहले मैंने समझा था
माँ, लफ्ज़ सबसे पहले मैंने बोला था
आपने ही तो माँ शब्द सिखाया था
शायद माँ शब्द मैंने पहले लिखा था
आपने अपनी उंगलियों से ही लिखाया था
जब मै अपना पहला पग चला था
आपने ही ऊँगली पकड़ चलाया था
माँ, आप ही मेरी पहली प्रेमिका हो
माँ, आप ही मेरी सहेली हो 
माँ, आप ही मेरी जीवनदायिनी हो
माँ, आप ही मेरी ईश्वर हो
जीवन में आप जैसा स्नेह, 
आप जैसा प्यार
कोई नही दे सकता, 
और ना ही दे सका
मेरी इच्छा-अनिच्छाओ को, 
अपना बनाने वाली
मेरे दुःख-दर्द में, 
सहभागी बनने वाली
मुझको नींद ना आने पर, 
खुद पूरी रात जागने वाली
माँ, आप ही हो जिनका,
मुझ पर पूरा प्रभाव है
माँ, आपकी महिमा, सरलता
शब्दों में ना लिख सकता
और ना ही
भाषा में व्यक्त कर सकता हूँ
आपका स्नेह, दुलार
आदर प्यार
यही तो है जो आगे बढ़ा रहा है
और मै आगे बढ़ रहा हूँ
मेरे लिए ना जाने कितने
आप व्रत रहती है, पूजा करती है
मुझे सफल बनाने के लिए
भगवान से मिन्नतें मांगती है
माँ, आपके कारण मै हूँ
माँ, आपसे ही मै हूँ 
माँ, आपका ही मै हूँ 
माँ, आपके लिए मै हूँ 


मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ:-
मातृ देवोः भवः!!!!
#राजेश्वर_सिंह (#RajeshwarSingh)

©www.rajeshwarsh.blogspot.in

No comments:

Post a Comment

Looking for your appreciating words!
Thanks in advance!
Rajeshwar Singh;
www.rajeshwarsh.blogspot.com