Thursday, September 9, 2010

KUKKAs of ITM

Hi I am Rajeshwar Singh From New Delhi INDIA.........

(In memories of my friends in ECE 1st batch)...........

Me with KUKKAs
KUKKAs की बात ही ऐसी
दुनिया में मेरे लिए न कोई तुम्हारे जैसी
हर इक लफ्ज़ में मिली है हसी
तुम लोगो से बात करके होती है ख़ुशी

तुम लोगो का Dude पुकारना
"Dude मांगे Tute" चिल्लाना
मिलने पर "Hi Dude...." कहना
बात करते हुए मुस्कुराना
मेरे लिए अनमोल है
इन सबका इस दुनिया में
है न किसी के नसीब में
Dude के मोबाइल में KUKKAs का मेसेज
अपनेपन का एहसास दिलाता है

चेहरे पर मुस्कान दिल में इक अरमान जगाता है
ना हो हम कभी इक दुसरे पर खफा
चलता रहे य़ू ही हमारा सिलसिला
आँखों में हो दोस्तों का अपनापन
दिल में दोस्तों के खुश्बुओ का एहसास
ना कभी कम हो इक दूजे के लिए अलफ़ाज़

KUKKAs का मुस्कुराना याद आने पर
मुस्कान चेहरे पर आ जाता है
है वो पगली दोस्तों की महफ़िल मेरे कॉलेज की
खुद ब खुद बुदबुदाता हू
मिलने की चाहत दोस्तों से
उस इलेक्ट्रोनिक्स अड्डा पर

यारो की महफ़िल के साथ
ITM की वो तफरीबाज़ी कर लू मै
जी चाहता है lawn में बैठू
पी लू कुछ घूंट canteen में
लड़ाई कर लू Tempo और Bus में
Hi ...... और Bye....... कर लू अपने हाथो से

ये पल तो बीत गए पन्नो की तरह
पलटने पर कुछ आंसू आँखों से
य़ू ही टपक कर गिर जाता है
फिर अचानक चेहरे की लालिमा
कुछ य़ू ही बढ़ जाती है
मुस्कुराने लगते है ये होंठ
बुदबुदा कर लफ्ज़ अपने दिल में

"सब मस्त है अपने ज़िन्दगी में.......
........... सब खुश है जिंदगी में"

हम भी ऱब से दुआ करते है

कामयाबी हो सबके कदमो में
ना तकल्लुफ हो कभी तुममे.......