Saturday, December 18, 2010

जिंदगी में तुम "Stupidiotic Creation for Beautiful one"

Hi I am Rajeshwar Singh from New Delhi, INDIA.........
Date & Time: 18th Dec'10, 04:13 PM
Place: New Delhi

याद आया आज वो तुम्हारे होठ फिर
कुछ ऐसा हुआ था मेरे साथ
मै लपका उस दुकान पर 
सामने था बोतल फ्रूटी का
मैंने पिए फ्रूटी इस ठंडी के मौसम में
नाक दे गया जबाब मुझे
फिर याद आया तुम्हारे दुपट्टे का
निकाल लिया रुमाल जेब से
नाक पर रुमाल या रुमाल पर नाक
मै रगड़ने लगा, नाक पोछने लगा 
फिर याद आया तुम्हारे नैनों के काजल
जो कभी लगाते थे हमारे माथे पर
तुम्हारे हाथो के नरमी को महसूस करते हुए
मै सपनो की दुनिया में खोने लगा
फिर बजा मेरे मोबाइल का टोन
"दिल से रे दिल से रे...............
.....दिल तो आखिर दिल है ना पिया ओ पिया"
देखा तो कस्टमर केयर का कॉल था
फिर देखने लगा पुराने मेसेज को
जो भेजे थे मैंने परसों रात को
उंगलिया कुछ ऐसे चलने लगी की-पेड पर
हो गया डायल तुम्हारा नंबर
जब दिल की बाते हो गयी तुमसे
सब दर्द मिट गया, मै खुश हो गया 
और ऐसे ही रहेंगे हम ऐसा दिल का अरमान है
अब तो जिंदगी का दुःख-सुख तुम्हारे साथ है



जिंदगी में तुम "Stupidiotic Creation for Beautiful one"
By-
राजेश्वर सिंह 'RazsH'