Tuesday, March 8, 2011

अकेलापन

Hi I am Rajeshwar Singh from Hyderabad INDIA.........


Location: Huawei office Hyderabad, written for Ashish Jaiswal ( An INNOVISian) on his creation Akelapan.

Time: 12:15PM

हम भी अकेले तुम भी अकेले
ज़न्म लिए तो अकेले
दुनिया से विदा होंगे 
तब भी होंगे अकेले 
ये जिंदगी की रफ्तार में
मिलते है मिलते रहेंगे
पर रात को भी होंगे अकेले
तुम आये साथ तो
पर अकेलापन ना दूर हुआ
दूर हुई तो बस तन्हाई अपनी
जैसे भी रहेंगे आगे हम 
बस तुमको याद रखेंगे 
अकेले रहने में भी 
तुमको साथ रखेंगे
तुमको याद करेंगे
बस साथ तुम देना मेरा
बस साथ तुम मेरा देना

अकेलापन
By: राजेश्वर सिंह 'राज्श' 

Friday, March 4, 2011

साथ तुम्हारा

Hi I am Rajeshwar Singh from Vizag, INDIA.........

Date: 4th March'11 at 9: 50 PM in the memories of my soul's feeling.

मै दिन-रात ये सोचता हूँ,
हर पल ये चाहता हूँ
तुम रूठो मै मनाऊं
मै रूठू तो तुम मनाओ
रूठना-मनाना खेल करू तुम्हारे सायो की
महसूस हो नरमी तुम्हारे हाथो की
सांसो में महक हो तुम्हारे गेसुओ की
कानो में खनक हो तुम्हारे बोलो की
संगीत सुनु मै तुम्हारे गीतों की
मेरे चेहरे पर झोके तुम्हारे दुपट्टे की
सिरहाने तुम बैठो तकिया के जैसे
डूब जाऊं मै तुम्हारे बातो में ऐसे ही
चूमता रहूँ तुम्हारे अल्फाजो को ऐसे ही......




साथ तुम्हारा
By: राजेश्वर सिंह 'राज्श '