Tuesday, March 29, 2011

'आखिर क्यूँ'

Hi I am Rajeshwar Singh from Hyderabad, INDIA.........

Date & Time: 29th March'11, 5:25 PM
ये जिंदगी भी काफी अजीब है, 
जो भी सोचो कि ये कर लूँगा आज
वो होता ही नही
और जो ना सोचो
वो हो जाता है
पल भर में खुशिया
तो अगले ही पल गम मिल जाते है
सोचो जीने को खुशियों के साथ
तो गम परेसान करने लगते है
यादों के सहारे जीने की सोचो 
तो यादें ही मिट जाती है
गर एक के साथ बात कर लो
तो सबकी याद आ जाती है
ऐसा क्यों होता है जिंदगी में 
क्यों पल ठहर नही जाता 
कुछ समय के लिए ही सही
ख़ुशी या गम तो बनी रहती
आखिर क्यूँ होती है ये सब....
..............आखिर क्यूँ????


आखिर क्यूँ:
By: राजेश्वर सिंह 'राज़्श'