मैं राजेश्वर सिंह, नई दिल्ली से ये ब्लॉग लिख रहा हूँ.....
ये शब्दों की माला दुनिया की सभी महिलायों को समर्पित, अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाओ के साथ:::----
आप स्त्री हो!!!
आप बहुत अच्छी तरह याद रखना,
जब भी घर के दहलीज पार करोगी
लोग आपको तिरछी निगाहों से देखेंगे
आप जब गली से होकर चलोगी
लोग पीछा करेंगे
सीटी बजायेंगे
आप जब मुख्य सड़क पार पहुचोगी
लोग आपको चरित्रहीन कहकर गाली देंगे
अगर आप निर्जीव हो तो पीछे लौटोगी
वरना
जैसे जा रही हो....
आप चलती जाना......
आप चलती जाना....
तरक्की का राह अपनाना......
आप चलती जाना.....
सप्रेम:-
राजेश्वर सिंह 'राज़्श'